ओमेप्राज़ोल (omeprazole in Hindi): उपयोग, खुराक, मूल्य, साइड इफेक्ट्स, सावधानियां
ओमेप्राज़ोल क्या है?
ओमेप्राज़ोल “प्रोटॉन पंप इनहिबिटर” दवाओं के समूह से संबंधित है जिसका अम्लता, सीने की जलन, पेट के अल्सर आदि के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।
यह कैप्सूल (10 मि.ग्रा., 20 मि.ग्रा. और 40 मि.ग्रा.) के रूप में उपलब्ध है ।
ओमेप्राज़ोल निम्न बीमारियों और लक्षणों की रोकथाम, नियंत्रण और उपचार में उपयोग होता है:
- गैस्ट्रोसोफेजियल रिफ्लेक्स बीमारी (जीईआरडी)
- गैस्ट्रिक अल्सर या पेप्टिक अल्सर
- ज़ोलिंगर एलिसन सिंड्रोम
- सीने में जलन
- इरोसिव एसोफैगिटिस
- हेलिकोबैक्टर पिलोरी संक्रमण
- गैस्ट्रिन ट्यूमर से स्राव
ओमेप्राज़ोल कैसे काम करता है?
- ओमेप्राज़ोल एक प्रकार के दवाओं के समूह से संबंधित है जिसे “प्रोटॉन पंप इनहिबिटर” कहा जाता है जिसे पेप्टिक अल्सर के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।
- ओमेप्राज़ोल गैस्ट्रिक एसिड के स्राव को रोकने का काम करता है। यह भोजन द्वारा उत्तेजित होने पर सीने की जलन और गैस्ट्रिक अल्सर के कारण होने वाले एसिड स्राव को रोकता है।
- हफ्ते में दिन में एक बार लेने से ओमेप्राज़ोल 24 घंटे में ही गैस्ट्रिक एसिड स्राव को 80 से 98% तक रोक देता है|
भारत में ओमेप्राज़ोल का मूल्य
24.25 रुपये में 10 कैप्सूल की स्ट्रिप
ओमेप्राज़ोल कैसे लें
- ओमेप्राज़ोल मुंह द्वारा लेने के लिए कैप्सूल रूप में मिलता है।
- ओमेप्राज़ोल की खुराक और लेने का तरीका डॉक्टर द्वारा तय की जाती है इसलिए इसे तय की गयी खुराक से ज्यादा ना लें।
- ओमेप्राज़ोल मुंह द्वारा लेने पर सबसे अच्छी तरह अवशोषित होती है|इसे सुबह खाली पेट या भोजन से कम से कम आधा घंटा पहले लेना चाहिए।
- इस कैप्सूल को ढेर सारे तरल पदार्थ के साथ बिना कुचले, चबाये या तोड़े पूरा का पूरा निगल जाना चाहिए।
- इस दवा को मुंह द्वारा रोजाना एक निश्चित समय पर लेना चाहिए|
ओमेप्राज़ोल की सामान्य खुराक?
- ओमेप्राज़ोल से उपचार का समय रोगी की स्थिति और दवा की शुरूआती लक्षणों के आधार पर बदलता रहता है|
- अम्लता और सीने की जलन वाले वयस्कों के लिए ओमेप्राज़ोल की खुराक 20 मि.ग्रा. का कैप्सूल रोजाना दिन में एक बार भोजन से आधे घंटे पहले और गैस्ट्रिक अल्सर के लिए दिन में एक बार 40 मि.ग्रा. कैप्सूल होता है।
- स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लक्षणों से आराम पाने के लिए 4 से 8 सप्ताह के लिए लेना चाहिए| जो मरीज़ ठीक ना हों उन्हें 8 सप्ताह का अतिरिक्त कोर्स दिया जाता है।
- गुर्दे और जिगर की बीमारी वाले मरीजों को सावधानी से इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
- लक्षणों के सुधार या बदतर होने के मामले में तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए|
ओमेप्राज़ोल से कब बचें?
निम्न रोगियों को ओमेप्राज़ोल का सावधानी से उपयोग किया जाना चाहिए:
- इसके किसी भी घटक से एलर्जी हो
- आँतों में रुकावट
- इलेक्ट्रोलाइट से बाधा वाले मरीजों को विशेष रूप से मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम से|
- गुर्दे और जिगर की गंभीर बीमारी वाले मरीज़
- विटामिन बी 12 की कमी वाले मरीज
- ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज़
ओमेप्राज़ोल के दुष्प्रभाव:
ओमेप्राज़ोल के आम साइड इफेक्ट्स में निम्न हो सकते हैं:
- दस्त
- सरदर्द
- पेट में दर्द
- पेट फूलना
- चक्कर आना
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- जोड़ों का दर्द
- हड्डी फ्रैक्चर की संभावना बढना
इसके अलावा कुछ एलर्जी या अवांछित प्रभाव भी पैदा हो सकते हैं ऐसे मामलों में तुरंत चिकित्सक से सलाह लें|
अंगों पर प्रभाव?
जिगर और गुर्दे की गंभीर बीमारी वाले मरीजों को सावधानी से ओमेप्राज़ोल का उपयोग करना चाहिए। कुछ मामलों में डॉक्टर द्वारा खुराक तय करने की जरूरत हो सकती है।
एलर्जी प्रतिक्रियाओं की सूचना
यदि ओमेप्राज़ोल या अन्य प्रोटॉन पंप अवरोधक दवाओं के अवयवों से एलर्जी हो तो अपने डॉक्टर से रिपोर्ट करें।
एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षणों में निम्न हो सकते हैं:
- त्वचा पर चकत्ते या खुजली
- साँसों की कमी
- चेहरे, होंठ, जीभ, या गले की सूजन
- बेहोशी
दवा इंटरैक्शन के बारे में सावधानी
बड़ी संख्या में दवाओं के अन्य दवाओं के साथ प्रभाव होते हैं जिसके कारण उनके चिकित्सीय प्रभाव में कमी आ जाती है और साइड इफेक्ट्स की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए रोगी को ओमेप्राज़ोल के साथ इस्तेमाल होने वाले काउंटर उत्पादों या विटामिन की खुराक सहित अपनी सभी दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए।
सभी इंटरैक्शन वाली दवाओं को यहां सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता इसलिए ओमेप्राज़ोल के साथ लेने पर प्रभाव डालने वाली कुछ महत्वपूर्ण दवाएं हैं:
- इटराकोना जोल
- केटोकोनाजोल
- डायजोक्सिन
- मथोट्रेक्सेट
- वारफरिन
- क्लोपिडोग्रेल
- डायजोक्सिन
- फ़िनाइटोइन
प्रभाव और परिणाम
ओमेप्राज़ोल को मुंह द्वारा लेने के 30 मिनट से 1 घंटे के भीतर ही इसका प्रभाव शुरू हो जाता है और 2 से 2.5 घंटों में यह अपने चरम प्रभाव तक पहुंच जाती है|
सामान्य प्रश्न
क्या ओमेप्राज़ोल नशे की लत है?
ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है।
क्या शराब के साथ ओमेप्राज़ोल ले सकते हैं?
इसके साथ शराब की खपत लेने की सलाह नहीं दी जाती, इसे शराब के साथ लेने से अम्लता बढ़ जाती है और इससे समस्या और बढ़ सकती है जिससे ओमेप्राज़ोल की शक्ति कम हो जाती है। ओमेप्राज़ोल के साथ शराब का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए?
खाद्य उत्पादों के साथ लेने पर ऐसा कोई प्रभाव नहीं देखा गया|
क्या गर्भवती होने पर ओमेप्राज़ोल ले सकते हैं?
ओमेप्राज़ोल गर्भावस्था के दौरान लेना सुरक्षित है लेकिन इसका उपयोग केवल तभी करना चाहिए जब इसकी आवश्यकता हो। यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजना बना रही हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें।
क्या बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान ओमेप्राज़ोल ले सकते हैं?
स्तनपान कराने वाली माताओं को यह सलाह दी जाती है कि ओमेप्राज़ोल का सावधानी से उपयोग करें क्योंकि यह दवा स्तन के दूध से गुजरती है और बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। अपने बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान अपने डॉक्टर को सूचित करें।
क्या ओमेप्राज़ोल लेने के बाद ड्राइव कर सकते हैं?
ओमेप्राज़ोल लेने पर कुछ रोगियों को चक्कर आना, सिरदर्द, सतर्कता में कमी आदि साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं| भारी मशीनरी चलाने या वहां चलाने के दौरान ऐसे लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
यदि ओमेप्राज़ोल अधिक मात्रा में लें तो क्या होता है?
ओमेप्राज़ोल की खुराक ज्यादा लंबे समय तक नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे विषाक्तता हो सकती है। यदि अधिक खुराक ले भी ली हो तो तत्काल चिकित्सा की और ध्यान दें|
यदि समय सीमा समाप्त हो चुकी ओमेप्राज़ोल लें तो क्या होगा?
समय सीमा समाप्त हो चुकी एक खुराक लेने से बड़े प्रतिकूल प्रभाव नहीं सकते लेकिन इस दवा की शक्ति कम हो सकती है। सुरक्षित रहने के लिए हमेशा एक्सपायरी दवा की जांच करें और कभी भी इसका उपयोग न करें।
यदि ओमेप्राज़ोल की खुराक लेनी याद न रहे तो क्या होता है?
जैसे ही आपको भूली हुई ख्राक याद आये तुरंत उसे लें| लेकिन यदि दूसरी खुराक का पहले से ही समय हो गया हो तो दुगुनी खुराक न लें।
ओमेप्राज़ोल का भंडारण
इसे सीधी धूप और गर्मी से बचाकर कमरे के तापमान पर रखें|
इसे बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखें।
ओमेप्राज़ोल लेते समय टिप्स:
ओमेप्राज़ोल को जब बड़ी मात्रा में या लंबी अवधि के लिए उपयोग किया जाए विशेष रूप से बुजुर्गों में तो यह हड्डी के फ्रैक्चर (ऑस्टियोपोरोसिस) का कारण हो सकता है। जब इसे लंबी अवधि के लिए उपयोग किया जाए तो यह विटामिन बी 12 के अवशोषण में मुश्किल पैदा कर सकता है जिससे विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।